जिस तरह से वर्तमान में corporate, industrial, economy area grow कर रहा है उसके अनुसार MBA के छात्रों की मांग भी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। और ना केवल भारत में ब्लकि foreign country में भी MBA के छात्रों के लिए काफी कम career opportunities है।
यदि आप भी MBA करना चाहते हैं तो आपको MBA course के बारे में पूरी नॉलेज होना बहुत जरूरी है जैसे के MBA kya hai kaise kare (MBA क्या है कैसे करें) MBA की fee कितनी है, syllabus क्या है आदि तो चलिए शुरू करते है –
MBA kya hai (MBA क्या है?)
MBA का फुल फॉर्म होता है मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Master of Business Administration) जो कि कुल 2 साल का master degree course है। जिसमें कुल 4 semester होते हैं जो कि हर 6 महीने में एक semester होता है।
इस course में बिजनेस से संबंधित हर तरह की जानकारी प्रोवाइड की जाती है जैसे कि बिजनेस मैनेजमेंट, बिजनेस स्किल्स, मार्केटिंग स्किल्स आदि। बेसिकली इस course में बिजनेस मैनेजमेंट से जुड़ी हर छोटी-बड़ी डिटेल्स के बारे में जानकारी दी जाती है।
इस course को करने के बाद आप भारत के बेहतरीन कंपनी में मैनेजर लेवल की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं या फिर आप खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। यह आपके बिजनेस स्किल्स को बेहतर करता है और बिजनेस के हर उतार-चढ़ाव के बारे में आपको जानकारी देता है।
MBA course में कोई भी एडमिशन ले सकता है चाहे वह किसी भी filed से आता हो जैसे कॉमर्स, आर्ट्स साइंस किसी भी background के लोग इस में एडमिशन ले सकते हैं। नीचे हम MBA कैसे करें और इससे संबंधित बातों को विस्तार से जानेंगे।
MBA क्यों करना चाहिए ?
MBA क्या है इस बारे में तो आप अच्छी तरह से जान गए होंगे, लेकिन MBA करने से पहले अभ्यर्थियों को इस बात का भरपूर ज्ञान होना चाहिए कि आखिर वह MBA करना क्यों चाहते हैं। नीचे हम कुछ जरूरी पॉइंट्स पर चर्चा करने वाले हैं ताकि जो MBA करना चाहते हैं, उन्हें इस बात का सही तरीके से नॉलेज हो सके कि वह MBA करना क्यों चाहते हैं –
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में master degree प्राप्त करना
आज के समय में बहुत से विद्यार्थी हैं , जो MBA कर रहे हैं या भविष्य में भी एक करना चाहते हैं और हर किसी के अपने अलग-अलग कारण होते हैं। कुछ लोग MBA स इसलिए करना चाहते हैं ताकि वह बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में master degree प्राप्त कर सकें इस विषय में अच्छी स्टडी प्राप्त कर सके ताकि उन्हें अपनी कंपनी या फॉर्म को मैनेज करने में सहायता मिले।
अच्छी प्लेसमेंट तथा अच्छी सैलरी के लिए
सर्वे के अनुसार ऐसा देखा गया है कि अधिकतर लोग MBA केवल इसलिए करना चाहते हैं ताकि भविष्य में उन्हें बहुत अच्छी सैलरी मिल सके और वह बेस्ट कंपनी में अच्छे पोस्ट पर काम कर सके क्योंकि MBA की डिग्री करने के बाद एवरेज सैलेरी लो कि 5 से 600000 होती है और यदि बहुत अच्छा कॉलेज हुआ तो उसके सर्विस से ज्यादा भी हो सकती है और भविष्य में अनुभव के साथ सैलरी बढ़कर 2000000 तक हो जाती है
अपने अंदर मैनेजमेंट स्किल्स को बेहतर करना
कुछ लोग MBA बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्पेशलाइजेशन के लिए करते हैं, नॉलेज के लिए करते हैं ताकि वह रिसर्च फील्ड में जा सके या मार्केटिंग एचआर आदि के बारे में अच्छा ज्ञान प्राप्त कर सकें। वे अपने मैनेजमेंट स्किल्स को बेहतर कर सकें और अपने मनपसंद विषय जैसे finance, HR एचआरमार्केटिंग आदि में स्पेशलाइजेशन हासिल करते हैं और उस क्षेत्र में आगे बढ़ते हैं।
अच्छे और ऊंचे कनेक्शंस बिल्ड अप करना
यदि आप बहुत अच्छे कॉलेज जैसे IIM यह XLRI में MBA करने जा रहे हैं तो वहां आपको बहुत से होनहार छात्रों से मिलने का मौका मिलेगा उनसे बातचीत के लिए प्लेटफार्म मिलेगा और MBA एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करता है जहां से आप अपने सपनों की कंपनी में अप्लाई कर सकते हैं जॉब के लिए और मनचाहा वेतन प्राप्त कर सकते हैं।
MBA के लिए योग्यता (eligibility criteria)
यदि आप MBA करना चाहते हैं तो आपको MBA करने की योग्यता के बारे में जानकारी होना जरूरी है नीचे हम MBA करने वाले कैंडिडेट के लिए आवश्यक एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के बारे में बता रहे हैं जैसे कि –
- MBA करने के लिए अभ्यार्थी को 12 वीं पास होना बहुत आवश्यक है।
- 12वीं के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी है।
- ग्रेजुएशन की परीक्षा में अभ्यर्थी को तकरीबन 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
- अभ्यार्थी जब ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में हो तभी भी MBA के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन एडमिशन के समय अभ्यर्थी को ग्रेजुएशन की डिग्री सबमिट करनी आवश्यक है।
- MBA के लिए एंट्रेंस एग्जाम में अभ्यार्थी को कम से कम 650 से 690 अंक प्राप्त करने जरूरी है।
- यदि अभ्यर्थी विदेश से MBA करना चाहते हैं तो उन्हें जीमेट या जारी परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास होना जरूरी है
MBA kaise kare (MBA कैसे करें?)
MBA में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को सबसे पहले 12वीं के बाद ग्रेजुएशन की पढ़ाई करनी आवश्यक है जो भी ग्रेजुएट नहीं है MBA की पढ़ाई नहीं कर सकते। MBA में एडमिशन लेने के 2 तरीके होते हैं जिनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं
Direct admission के माध्यम से
MBA में एडमिशन लेने का पहला और सबसे सरल तरीका है डायरेक्ट एडमिशन यानी कि किसी भी प्राइवेट कॉलेज या यूनिवर्सिटी में अपने ग्रेजुएट किए मार्क्स के अनुसार या डोनेशन के माध्यम से आसानी से एडमिशन किया जा सकता है। कुछ कॉलेजेस ऐसे भी है जो एंट्रेंस एग्जाम की मार्क्स भी देखने मांगते हैं लेकिन उन मास की कोई वैल्यू नहीं होती क्योंकि उनके अनुसार उन कॉलेज में एडमिशन नहीं होते डायरेक्ट एडमिशन कराने में काफी पैसे खर्च होते हैं और इनकी फीस भी बहुत ज्यादा होती है।
Entrance Exam के द्वारा
MBA में एडमिशन लेने के लिए नेशनल लेवल एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करना होता है। इस exam को क्वालीफाई करने के बाद आपको भारत के टॉप MBA यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन मिलती है। नीचे हम राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली MBA प्रवेश परीक्षा के नाम बता रहे है जैसे कि
- CAT (Common Admission Test)
- MAT (Management Aptitude Test)
- XAT (Xavier Aptitude Test)
- IIFT (Indian Institute of foreign trade admission test)
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय द्वारा भी एंट्रेंस एग्जाम आयोजित की जाती है। इसका मतलब होता है भारत के कुछ प्रतिष्ठित और अच्छे MBA कॉलेजेस अपने छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी लेवल पर एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। यहां हम कुछ ऐसे यूनिवर्सिटी के नाम बता रहे हैं जो इस तरह के एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करते हैं जैसे कि –
- NMIMS
- AMU
- SNAP
- IPU CET
MBA Courses में specialization
MBA यानी कि बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त करना यानी कि किसी एक सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन करना। MBA में कई विषय होते है जैसे marketing, finance, accounting आदि। इन्हीं विषयों में से छात्रों को किसी एक में स्पेशलाइजेशन करना होता हैं, क्या उस विषय से संबंधित ही आपको भविष्य में नौकरी मिलती है। नीचे हम कुछ ऐसे विषय बता रहे हैं जिनसे अधिकतर छात्र स्पेशलाइजेशन करते हैं। जैसे कि –
- MBA in Human Resource Management
- MBA in supply chain management
- MBA in banking and finance management
- MBA in computer application
- MBA in international business
- MBA in operation management
- MBA in information management
- MBA in marketing management
- MBA in digital marketing management
- MBA in finance and accounting
- MBA in entrepreneurship
- MBA in agriculture and food business
- MBA in telecom management
- MBA communication and media management
- MBA in disaster management
- MBA in sustainability management
- MBA in information technology
MBA का syllabus
वैसे तो MBA का सिलेबस अलग-अलग यूनिवर्सिटी और उनके course के अनुसार होता है। लेकिन हम यहां आपको कुछ ऐसे कॉमन सिलेबस के बारे में बता रहे हैं, जो ज्यादा तो यूनिवर्सिटीज में लागू किया जाता है। सिलेबस बताने से पहले आप यह जान ले, कि MBA का course 2 साल का होता है जिनमें कुल 4 semester होते हैं जिनके syllabus कुछ इस तरह हैं –
Semester 1
- Human Resource Management
- Marketing management
- Business communication
- Organisational behaviour
- Financial accounting
- Managerial economics
- Quantitative method
- Computer application and management information system
Semester 2
- Production operation and SCM
- Organisation effectiveness and change
- Operation management
- Management Accounting
- Management science
- Business research method
- Legal inspectors of business
- Economics environment of business
Semester 3
- Strategic analysis
- Elective course 1
- Elective course 2
- Elective course 3
- Elective course 4
- Legal environment of business
- Digital marketing
- Business ethics and corporate social responsibility
Semester 4
- Elective course 1
- Elective course 2
- Elective course 3
- Elective course 4
- Corporate governance
- Entrepreneurship development
- Elective course 5
- Cyber security
MBA की fees structure
भारत में मौजूद अलग-अलग यूनिवर्सिटी और कॉलेज इसके अनुसार MBA की फीस है यही कि MBA की फीस MBA कॉलेज पर डिपेंड करती है यदि आप एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करके भारत के टॉप यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेते हैं जैसे IIM या XLRI आदि तो वहां की सालाना फीस तकरीबन 15 से 28 लाख तक होती है लेकिन यदि आप किसी टॉप प्राइवेट कॉलेजेस जैसे Techno India, GITAM आदि तो वहां की सालाना फीस आपको 28 लाख से ज्यादा लगेगी लेकिन यदि आप कुछ चुनिंदा सरकारी कॉलेज जैसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आदि में एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करके एडमिशन लेते हैं तो वहां की आपकी सालाना फीस 5 हजार से 1 लाख भी हो सकती है।
MBA के बाद career options
MBA एक ऐसा course है जिसके बाद अभ्यर्थियों को काफी बेहतरीन अपॉर्चुनिटी मिलती है। खास तौर पर जो लोग एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करके भारत के बेस्ट कॉलेज से MBA की डिग्री प्राप्त करते हैं उन्हें भारत के बेहतरीन और नामी कंपनियों में बहुत अच्छी पोस्ट पर अच्छी सैलरी के साथ नौकरी मिलती है।
लेकिन ऐसा नहीं ,है की जो लोग प्राइवेट कॉलेजेस से MBA करते हैं उन्हें जॉब नहीं मिलती। हालांकि उन्हें भी अच्छी वेतन के साथ अच्छी नौकरी मिलती है। हम यहां नीचे कुछ ऐसे इंडस्ट्रीज के नाम बता रहे हैं, जहां MBA करने के बाद अभ्यार्थियों की नौकरी आसानी से लग जाती है जैसे कि –
- Amazon
- Flipkart
- Vodafone
- Manufacturing industries
- Real estate
- Media
- Healthcare
- Consumer packaged goods Vodafone Microsoft
- Wipro
- NTPC
- Tata
MBA की salary
MBA करने के बाद छात्रों को न केवल एक बेहतरीन पोस्ट मिलता है बल्कि अच्छी खासी सैलरी भी मिलती है जैसे कि हमने आपको बताया MBA के बाद छात्रों के पास कई करियर विकल्प है और सब के अनुसार उनकी सारी दी जाती है यानी कि जैसा जॉब वैसी सैलरी नीचे हम कुछ ऐसे के पोस्ट ऑफिस एड्रेस बता रहे हैं जिनसे आपको समझ में आसानी होगी जैसे कि
Job Post | Salary (INR) |
HR manager | 7 to 8 lakh |
Project manager | 35 to 36 lakh |
Assistant BD manager | 32 to 33 lakh |
BD manager | 86 to 88 lakh |
Planning director | 24 to 26 lakh |
General Manager | 75 to 77 lakh |
Manager | 26 to 28 lakh |
भारत का बेस्ट MBA college (Top MBA universities india)
यदि आप भारत में ही रहकर किसी बेहतरीन यूनिवर्सिटी से MBA की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि भारत की बेस्ट MBA कॉलेजेस कौन-कौन से आइए जानते हैं।
- Indian Institute of Management Kolkata
- Indian Institute of Management Ahmedabad
- Indian Institute of Management Bangalore
- Indian Institute of Management Indore
- Indian Institute of Management Kozhikode
- Indian Institute of Management Lucknow
- XLRI Jamshedpur Xavier relations Institute
- Normal Institute of Management Ahmedabad
- XIMB jwar Institute of Management Bhubaneswar
- SIBM Symbiosis Institute of business management
FAQ
क्या डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से MBA किया जा सकता है?
जी हां बिल्कुल डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से आप भारत तथा विदेशों के भी कई कॉलेज या यूनिवर्सिटी से MBA कर सकते हैं
क्या MBA 5 साल का भी होता है?
5 साल के MBA का मतलब होता है इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट डिग्री ऑफ बीबीए प्लस MBA (BBA+MBA) जिसमें 12वीं के बाद भी BBA और MBA की पढ़ाई एक साथ होती है।
MBA करने के बाद अभ्यर्थियों के लिए बेहतर जॉब प्रोफाइल क्या है?
MBA करने के बाद अभ्यर्थियों के लिए कुछ बेहतरीन जॉब प्रोफाइल इस तरह है जैसे ऑपरेशन मैनेजर सेल्स मैनेजर सप्लाई चैन मैनेजमेंट मैनेजर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर आदि।
निष्कर्ष
आज का यह लेख MBA kya hai kaise kare (MBA क्या है कैसे करें) यहीं पर समाप्त होता है। आज के इस लेख में हमने MBA course के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से आपको बताई है। जैसे MBA क्या है, MBA का फीस स्ट्रक्चर क्या है, MBA के लिए भारत में बेस्ट यूनिवर्सिटीज कौन-कौन से हैं आदि।
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