patwari kaise bane: पटवारी राजस्व विभाग का अधिकारी होता है, जिसकी नियुक्ति गांव में की जाती है। हर वर्ष पटवारी पद के लिए कई भर्तियाँ की जाती हैं और कई आवेदक इस पद के लिए आवेदन भी भरते हैं। परंतु कई उम्मीदवार, जो पटवारी बनना चाहते है, इस पद के लिए आवेदन नहीं भर पाते है। क्योंकि उन्हें नहीं पता है कि patwari kaise bane.?
इसीलिए आज हम इस लेख के जरिए हम पटवारी से संबंधित सभी जानकारियाँ विस्तारपूर्वक प्राप्त करेंगे और जानेंगे की patwari kaise bane?
पटवारी क्या होता है?
पटवारी को हिंदी में लेखपाल कहा जाता है। यह राजस्व विभाग का अधिकारी होता है। पटवारी गांव के क्षेत्र में जमीन को मापने व जमीन की खरीदारी और बिक्री से जुड़े हुए रिकॉर्ड को रखता है।
इसके अलावा निवासी प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि बनाने से संबंधित काम भी पटवारी ही देखता है। पटवारी को देश के अलग-अलग जगहों पर अधिकारी, तलाटी, कर्णम, पटेल, पटनायक आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है।
पटवारी कैसे बने? (Patwari kaise bane)
पटवारी बनने के लिए किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से 12वीं कक्षा का पास होना जरूरी है। इसके बाद किसी सरकारी मान्यता प्राप्त इंस्टिट्यूट से 1 साल का computer diploma होना चाहिए। आजकल किसी किसी state में ग्रेजुएशन की डिग्री होना भी अनिवार्य कर दिया है।
हर state में पटवारी की post के लिए selection परीक्षा के माध्यम से होता है। यह written exam होता है जो कंप्यूटर based online mode में करवाई जाती है।
इस वित्त मंत्री exam में 5 section होते हैं – हिंदी, जरनल नॉलेज, क्वानटेटिव एप्टीट्यूड, कंप्यूटर और पंचायती राज सिस्टम इत्यादि। यह 100 अंकों का प्रश्नपत्र होता है। Candidates द्वारा दिए गए एग्जाम में marks के आधार पर merit list तैयार की जाती है और फिर उसे राज्य की official वेबसाइट पर पब्लिश कर दिया जाता है।
जिन candidate का नाम मेरिट लिस्ट में होता है, उन्हें document verification के बाद training के लिए भेजा जाता है।
पटवारी के मुख्य कार्य क्या है?
पटवारी की posting गांव में होती है। पटवारी के अधीन 1 या फिर 1 से अधिक गांव होते हैं। गांव की जमीन से जुड़ा हर प्रकार का रिकॉर्ड पटवारी को maintain करना होता है। पटवारी के मुख्य काम निम्न होते हैं: –
- पटवारी को पूरे गांव की जमीन से जुड़े संबंधित रिकॉर्ड रखने होते है।
- किसी के भी द्वारा गांव में खरीदी गई जमीन या फिर बेची गई जमीन की जानकारी पटवारी के पास मिलती है।
- फसल बीमा आदि के claim approve करवाने में भी पटवारी मदद करता है।
- यदि किसान किसी आपदा का सामना कर रहे हैं तो सरकार को उस आपदा की स्थिति से पटवारी अवगत करवाता है।
- यदि किसी जमीन से किसी का नाम हटवाना हो या फिर किसी के नाम पर जमीं करनी हो, तो यह कार्य भी पटवारी का होता है।
- विधवा पेंशन, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, विकलांग पेंशन, निवास प्रमाण पत्र बनवाने में applicant की मदद पटवारी करता है।
पटवारी बनने के लिए एजुकेशन क्वालिफिकेशन?
पटवारी बनने के लिए नीचे बताई गई education qualification का होना अनिवार्य होता है:-
- पटवारी बनने के लिए आपके पास किसी सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थान से कंप्यूटर का डिप्लोमा होना जरूरी होता है अर्थात आपको बेसिक कंप्यूटर की नॉलेज होनी चाहिए।
- पटवारी बनने के लिए न्यूनतम qualification 12वीं होता है। किसी सरकारी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 12वीं कक्षा pass किया होना चाहिए।
- किसी किसी राज्य में ग्रेजुएशन अनिवार्य है, तो उसके लिए किसी भी stream में bachelor डिग्री का होना जरूरी होता है।
पटवारी बनने के लिए उम्र सीमा
किसी भी सरकारी जॉब में अप्लाई करने के कुछ rules होते हैं। age limit हर एग्जाम मे होता ही है। पटवारी बनने के लिए कम से कम आयु 18 वर्ष और अधिक से अधिक आयु 40 वर्ष होनी चाहिए।
यानी 18 से 40 वर्ष के बीच के candidates अप्लाई कर सकते हैं। महिलाएं, पीडब्ल्यूडी, सरकारी कर्मचारी, एससी/ एसटी और ओबीसी के लिए यह आयु सीमा मे छूट दी गई है, यह अधिकतम 40 वर्ष होती है।
पटवारी की मासिक सैलरी
एक पटवारी की सैलरी बहुत अधिक तो नहीं होती परंतु यह एक stable income होती है। सातवें वेतन आयोग के according, एक लेखाकार या पटवारी की starting salary 52 सो रुपए होती है, जिसे हर वर्ष 2400/-के ग्रेड सैलरी के साथ 20200/- तक बढ़ाया जाता है। पटवारी को वेतन के अलावा राजस्व विभाग अन्य प्रकार के लाभ और भत्ते भी प्रदान करता है।
पटवारी की चयन प्रक्रिया
पटवारी बनने के लिए 12वीं कक्षा के प्रमाण पत्र के साथ और किसी किसी राज्य में ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ कंप्यूटर 1 साल के कंप्यूटर कोर्स का सर्टिफिकेट चाहिए होता है। ऐसे candidates जिन्होंने BCA, BSC , computer science मे degree किया है उन्हे कंप्यूटर सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं होती।
पटवारी की पोस्ट के लिए दो steps में selection प्रक्रिया होती है, और वह है:-
- Written exam
- Interview
Written exam
यह 2 घंटे की परीक्षा होती है। इसमें 100 अंकों का पेपर निर्धारित किया गया है। प्रश्न पत्र में कंप्यूटराइज्ड बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
पटवारी के परीक्षा में सामान्य ज्ञान, पंचायती राज हिंदी, गणित और कंप्यूटर जैसे 5 subject शामिल होते हैं। इन्हीं से संबंधित प्रश्न, पेपर में दिए होते हैं, जिनमें दिए गए multi option मे से किसी एक सही विकल्प का चुनाव करना होता है।
Interview
वह candidates जो written exam में पास हो जाते हैं उन्हें अगले round अर्थात इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
इंटरव्यू में अधिकारियों के द्वारा कुछ सामान्य ज्ञान के प्रश्न और कुछ प्रश्न परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर पूछे जाते हैं, जो candidate इन दोनो प्रक्रियाओं को पास कर लेता है, उसे पटवारी के पद के लिए चयनित किया जा सकता है।
पटवारी परीक्षा का syllabus
इसे पांच वर्गो में बांटा गया है:-
- English और हिन्दी – इसमें हिंदी व्याकरण से जुड़े हुए प्रश्न जैसे काल, मुहावरा, संधि, क्रिया, विश्लेषण, त्रुटि आदि का पता लगाने वाले प्रश्न पूछे जाते हैं। English sentences जैसे sentence, opposite and synonyms words, tenses आदि शमिल होते हैं।
- कम्प्यूटर और विज्ञान – इसमें computer से जुड़े हुए computer basics, input और output device, MS office, operating system से सम्बन्धित questions और भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से जुड़े हुए प्रश्न पूछे जाते हैं।
- पंचायत व्यवस्था – भारत में पंचायती राज की व्यवस्था की शुरुआत और लेख आदि से जुड़े हुए प्रश्न पुछे जाते है।
- Math’s और reasoning – इसमें औसत, दशमलव, संख्या प्रणाली, समय, कार्य और अनुपात आदि से जुड़े हुए प्रश्न पुछे जाते है।
- सामान्य ज्ञान और current affairs – इसमें भारत का इतिहास, खेल, भारतीय संविधान, संबंधित राज्य का सामान्य का ज्ञान, महत्वपूर्ण दिन इत्यादि से जुड़े हुए प्रश्न शामिल होते हैं।
पटवारी की तैयारी कैसे करे?
पटवारी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए हमारे द्वारा सुझाए गई कुछ युक्तियां आपके लिए मददगार साबित हो सकती हैं, जो निम्न प्रकार से हैं: –
- किसी भी परीक्षा की तैयारी करने से पहले आपको दो मुख्य बातों का पता होना बहुत जरूरी होता है:- पहला, आपको एग्जाम का पैटर्न पता होना ही चाहिए और दूसरा, एग्जाम के सिलेबस का पता होना अति आवश्यक है।
- पटवारी की परीक्षा का सिलेबस पूरा ध्यान पूर्वक पढ़ें और उसके अनुसार अपनी तैयारी शुरू कर दे।
- अपने तैयारी करने का एक सख्त रूटीन बनाएं।
- पिछले साल के पेपर को solve करें। इससे आपको एग्जाम का पैटर्न,marks distribution, और इंपोर्टेंट subjects के बारे में नॉलेज प्राप्त होगी।
- कोशिश करे कि आप हर हफ्ते mock test दे पाए। इससे आपको अपने पेपर के टाइम मैनेजमेंट पर अच्छी पकड़ बन जाएगी और आप अपनी preparation का विश्लेषण भी कर सकेंगे।
- किसी coaching center को भी join कर सकते हैं।
FAQ
क्या पटवारी परीक्षा में negative marking भी होती है?
हां, negative marking भी की जाती है।
क्या पटवारी के लिए 12वीं पास apply कर सकते हैं?
किसी किसी राज्य में पटवारी के लिए 12 वीं पास भी apply कर सकते हैं।
क्या पटवारी की परिक्षा मुश्किल है?
यह ना तो ज्यादा कठिन होती हैं और ना ही ज्यादा आसान। आप इस परीक्षा की तैयारी करते समय mock test जरूर दे ताकि अपनी strength और कमजोरियों का पता लगा सके।
पटवारी को English मे क्या कहा जाता है?
Government accountant
राजस्थान में पटवारी भर्ती के लिए minimum qualification क्या है?
राजस्थान में राजस्व विभाग ने भू राजस्व 1957 के अनुसार नियम 273 में संशोधन करके पटवारी की भर्ती के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन कर दी है।
निष्कर्ष
दोस्तों, हमने आपको इस लेख के माध्यम से patwari kaise bane से जुड़ी जानकारी से अवगत करवाया है। हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए मददगार साबित होगी। आप इस लेख को अपने जानकारों के साथ भी जरूर शेयर करें और इस जानकारी को उन तक पहुंचाएं।
यदि आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं या इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट करना ना भूलें। अगर आप किसी अन्य विषय पर भी जानकारी चाहते हैं तो हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं।